चंदू बोर्डे का जीवन परिचय और क्रिकेट करियर (विस्तृत विवरण)

प्रारंभिक जीवन और जन्म

चंद्रशेखर वासु भगवंत बोर्डे, जिन्हें चंदू बोर्डे के नाम से जाना जाता है, का जन्म 21 जुलाई 1934 को पुणे (तत्कालीन बंबई प्रेसिडेंसी, ब्रिटिश भारत) में हुआ था। उनका परिवार महाराष्ट्र से संबंधित था और उन्होंने अपने बचपन में ही खेलों में रुचि लेना शुरू कर दिया था। बोर्डे के खेलप्रेमी पिता ने उन्हें बचपन से ही खेलों की ओर प्रोत्साहित किया।

भारतीय क्रिकेट में पदार्पण

चंदू बोर्डे ने अपना प्रथम श्रेणी क्रिकेट 1952 में खेलना शुरू किया और जल्द ही अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण ख्याति अर्जित की। उन्होंने 1958 में भारत की तरफ से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया।

खेलशैली और उपलब्धियां

  • बोर्डे एक सटीक और आक्रामक बल्लेबाज थे, जो तकनीक और शारीरिक फिटनेस दोनों के लिए जाने जाते थे। वे दांए हाथ के बल्लेबाज थे।

  • वे मध्यम गति के गेंदबाज भी थे, जो नियमित अंतराल पर विकेट हासिल करते थे।

  • लगभग 14 वर्षों के अपने क्रिकेट करियर के दौरान, उन्होंने 93 टेस्ट मैच खेले, जिसमें 19 शतक और 31 अर्धशतक बनाए।

  • उनका टेस्ट क्रिकेट में कुल रन 5,201 था, जिसकी औसत लगभग 45.36 थी।

  • भारतीय टीम के लिए उनकी उपस्थिति काफी महत्वपूर्ण थी, खासकर वे दौर जिसमें भारतीय क्रिकेट विश्व स्तर पर अपनी पहचान बना रहा था।

  • बोर्डे ने कई बार टीम के कप्तान के रूप में भी योगदान दिया, जिसने युवा खिलाड़ियों के विकास में मदद की।

पद्म भूषण और अन्य सम्मान

  • खेल के क्षेत्र में उनके अतुलनीय योगदान को देखते हुए भारत सरकार ने 2002 में उन्हें पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया।

  • बोर्डे क्रिकेट के दायरे से बाहर भी एक प्रभावशाली व्यक्तित्व रहे और उन्होंने खेल शिक्षा एवं सामाजिक कार्यों में भी योगदान दिया।

सेवानिवृत्ति और बाद के जीवन

  • 1970 में चंदू बोर्डे ने भारतीय क्रिकेट से संन्यास लिया, लेकिन वे क्रिकेटिंग पर सलाहकार, कोच और खेल विश्लेषक के रूप में सक्रिय रहे।

  • उन्होंने युवा खिलाड़ियों को प्रशिक्षित किया और कई क्रिकेट संस्थानों की स्थापना में सहयोग दिया।

निष्कर्ष

चंदू बोर्डे न केवल भारतीय क्रिकेट के महान खिलाड़ियों में से एक थे, बल्कि वे देश के खेल इतिहास में परिश्रम, लगन और समर्पण के प्रतीक भी बने। उनका जीवन और करियर भारतीय क्रिकेट के स्वर्णिम अध्यायों में हमेशा याद रखा जाएगा।

स्रोत:

  • ESPN Cricinfo – Chandu Borde प्रोफाइल

  • Wisden Cricketers’ Almanack

  • भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के आधिकारिक अभिलेख

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